बच्चों में डायरिया

जब बात आपके बच्चे के पेट की आती है, तो संतुलन बनाए रखना बेहद ज़रूरी होता है। बच्चे के पेट में बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ने पर उसे डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अत्यधिक डायरिया तकलीफ़देह ही नहीं; बल्कि आपके बच्चे के विकास की रफ़्तार को धीमा कर सकता है और अन्य इंफेक्शन के जोखिम को बढ़ा सकता है।1

बच्चों मे डायरिया की पहचान

माता-पिता होने के नाते, आपको हर छोटी-मोठी चीज़ों पर ध्यान देना पड़ता है, आपके बच्चे की शौच की आदतों पर भी। जब डायरिया की बात आती है, तो टॉयलेट जाने की तीव्र इच्छा और बारम्बारता पर ध्यान देना ज़रूरी होता है। पेट ख़राब होने पर आप बच्चे में नीचे दिए गए लक्षण देख सकते हैं।

पेट दर्द:

डायरिया होने पर बच्चा पेट में ऐंठन या फूलन महसूस कर सकता है।2

शौचालय जाने की तीव्र इच्छा:

डायरिया में पतले, पानी जैसे मल त्याग के कारण बच्चे को बार-बार शौचालय जाना पड़ सकता है।

बुखार:

अगर डायरिया के साथ-साथ बच्चे को बुखार भी चढ़ा हुआ हो, तो यह वायरल इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। अपने बच्चे का तापमान चेक करते रहें और बुखार ज़्यादा होने पर डॉक्टर को सूचित करें।

बच्चों में डायरिया के कारण

डायरिया के कारण का पता लगाना मुश्किल हो सकता है। कुछ सामान्य कारक नीचे दिए गए हैं जिनकी वज़ह से बच्चे का पेट ख़राब हो सकता है।

इंफेक्शन: मुँह, नाक द्वारा बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन्स शरीर में प्रवेश कर सकते हैं... जिससे पेट ख़राब हो सकता है5

विशेष आहार ना पचा पाना: कुछ बच्चों को किसी विशेष आहार को पचाने में मुश्किल होती है, जिसके परिणामस्वरूप डायरिया हो सकता है। ऐसे आहारों से दूरी बनाएं जो लक्षणों को बिगाड़ सकते हैं6

परजीवी: परजीवी दूषित भोजन या पानी और कभी-कभी गड्ढों या स्विमिंग पूल जैसी जगहों पर पाए जा सकते हैं। शरीर में प्रवेश करने पर यह पेट की समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं।

उन्हें वापस ठीक कैसे किया जाए

पाचन तंत्र चाहे कितना भी स्वस्थ हो पर डायरिया होने पर ढीला पड़ जाता है। जब आपके बच्चे का पेट ख़राब हो, तो आराम के लिए कई प्रकार के नुस्ख़े आज़माना ज़रूरी हो जाता है। पर अगर लक्षण बने रहें या बिगड़ जाएं, तो डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

तरह-तरह के तरल पदार्थ दें

डायरिया की वज़ह से अक्सर शरीर में पानी की कमी हो जाती है, तो अपने बच्चे को प्रचुर मात्रा में तरल पदार्थ पीने के लिए प्रोत्साहित करें। अगर बच्चा सादा पानी नहीं पीता, तो उसे नारियल पानी या पतले सेब का रस या ORS पिलाएं ताकि फ्लूइड्स और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी की पूर्ति हो जाए8

सादा आहार खिलाएं

डायरिया होने पर सादा आहार जैसे चावल, क्रैकर्स, पास्ता और मसले हुए आलू खिलाएं। इस प्रकार के सौम्य आहार, डायरिया के लक्षणों को कम कर सकते हैं9

टॉयलेट के चक्करों पर ध्यान दें

ध्यान दें कि बच्चा कितनी बार टॉयलेट जा रहा है और देखें कि इन चक्करों में कमी आ रही है या बढ़ रहे हैं। यह पता लगाने का सबसे आसान तरीका है कि राहत के उपायों से परिणाम मिल भी रहा है या नहीं10

प्रोबायोटिक्स दें

अच्छी क्वॉलिटी का प्रोबायोटिक, आपके बच्चे के पेट में बैक्टीरिया के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है11

बच्चों में डायरिया की रोकथाम के लिए मार्गदर्शिका

बच्चों को डायरिया होना एक आम समस्या है जो अचानक कभी भी हो सकती है और आपके रोज़मर्रा के जीवन को अस्त-व्यस्त कर सकती है। इसकी रोकथाम करने और अपने बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए व्यवहारिक उपाय अपनाना ज़रूरी है। यहाँ कुछ प्रभावशाली सुझाव दिए गए हैं।

अच्छी क्वॉलिटी का प्रोबायोटिक चुनें:

अपने परिवार की दैनिक दिनचर्या में अच्छी क्वॉलिटी का प्रोबायोटिक शामिल करें। प्रोबायोटिक्स पेट के बैक्टीरिया के स्वस्थ संतुलन को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं12

हाथ धोने को आदत बनाएं:

ख़ासतौर पर खाने से पहले, नियमित रूप से हाथ धोने की आदत अपनाएं। इस आसान कदम से हानिकारक बैक्टीरिया कौसों दूर और आपका बच्चे का पेट स्वस्थ रहेगा13

पौष्टिक आहार का सेवन करें:

फलों, सब्जियों और साबुत अनाज युक्त संतुलित आहार लें। पेट ख़राब करने वाले मीठे खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का सेवन कम करें14

खाने से होने वाली एलर्जी पर नज़र रखें:

ध्यान दें कि कहीं किसी ख़ास आहार को खाने के बाद आपके बच्चे को एलर्जी तो नहीं हो रही है। ऐसे ऐलर्जी पैदा करने वाले आहारों को डायरी में लिखें, जिससे भविष्य में ऐसी समस्याओं को दूर रखा जा सकता है15

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