स्कूल से बच्चों का पेट होता है ख़राब! तनाव, जर्म्स और खाने की आदतों से पाचन बिगड़ता है; तुरंत राहत के लिए उपाय जानें।
अनयिमित आहार और आपका पेट:
इससे पेट पर क्या असर पड़ता है और ऐसे में आप क्या कर सकते हैं
अनियमित आहार — खाना स्किप करना, ज़्यादा खाना या समय-समय पर ना खाना जैसी आदतों की वज़ह से पेट की समस्याएं उत्पन्न होती हैं। आपके पेट का स्वास्थ्य, नियमित दिनचर्या पर निर्भर करता है, और जब वो संतुलन बिगड़ जाता है, तो यह असुविधा का कारण बन सकता है। अनियमित खान-पान के कारण आपके पेट पर पड़ने वाले प्रभाव और पेट को स्वस्थ बनाए रखने के उपायों के बारे में यहाँ जानकारी दी गई है।
अनियमित आहार से आपके पेट पर असर
नियमित रूप से खान-पान ना करने पर आपके पेट पर जोर पड़ता है। इसके कुछ दुष्परिणामों के बारे में नीचे बताया गया है
पेट ख़राब होना
खाना स्किप करने या समय पर ना खाने से आपका पेट उलझन में चला जाता है, जिससे पेट में फूलन, ऐंठन या अनियमित मल त्याग जैसी समस्याएं खड़ी हो जाती हैं1,2।
ज़्यादा खाना
कुछ समय तक ना खाना और फिर अचानक ज़्यादा खाने से आपकी पाचन क्रिया पर जोर पड़ता है, जिससे बेचैनी, गैस और बदहज़मी जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं3।
संतुलन की कमी
नियमित रूप से खान-पान ना करने पर आपके पेट में अतिआवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, जो पेट में बैक्टीरिया के संतुलन को बिगाड़कर पाचन संबंधी समस्याएं पैदा करते हैं4।
समय पर ना खाने के कारण पेट ख़राब होने के सामान्य लक्षण
पेट में फूलन और गैस
कब्ज़ या डायरिया
पेट में दर्द या ऐंठन
बदहज़मी या सीने में जलन
खाने के बाद सुस्ती महसूस करना
आप क्या कर सकते हैं?
खाने का समय अनियमित होने पर भी, पेट को स्वस्थ बनाए रखने के कुछ सरल उपाय यहाँ दिए गए हैं:
नियमित खाने का समय
दिन भर में, एक ही समय पर खाना खाने की कोशिश करें। कम मात्रा में, संतुलित आहार भी आपके पेट को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।
संतुलित आहार अपनाएं
खाने का समय अनियमित होने के बावज़ूद, अपने पेट को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अपने आहार में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व जैसे फाइबर, लीन प्रोटीन, स्वस्थ वसा और साबुत अनाज शामिल करें6।
हाइड्रेटेड रहें
खाने का समय अनियमित होने के बावज़ूद, दिन भर भरपूर पानी पीने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है7।
समय-समय पर ना खाने की वज़ह से आपके पेट को नुकसान पहुँच सकता है, पर अच्छी बात यह है कि आदतों को कभी भी सुधारा जा सकता है। समय-समय पर खाना, पर्याप्त पानी पीना और प्रोबायोटिक्स के सेवन से आप अपने पेट के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं। छोटे-छोटे, नियमित बदलाव आपके पेट को ख़ुश और तंदुरुस्त बनाए रखने में मददगार साबित होंगे।
हमारे उत्पाद
A- Lahiri K et al. Bacillus clausii As An Adjuvant Therapy In Acute Childhood Diarrhoea. IOSR Journal of Dental and Medical Sciences (IOSR-JDMS) 2015;14:74-76.
B- Giua et al (2024). A Prospective Real‑World Study of Bacillus clausii Evaluating Use, Treatment Habits and Patient Satisfaction in Italian Community Pharmacies: The PEGASO Study. Drugs - Real World Outcomes (2024) 11:137–147.
C- Ghelardi et al (2015). Survival and persistence of Bacillus clausii in the human gastrointestinal tract following oral administration as spore-based probiotic formulation. Journal of Applied Microbiology 119, 552-559.
D- Castro et al (2019). Bacillus clausii as adjunctive treatment for acute community-acquired diarrhea among Filipino children: a large-scale, multicenter, open-label study (CODDLE). Tropical Diseases, Travel Medicine and Vaccines 5:14.
और जानें